पश्चिम बंगाल में महिलाएं असुरक्षित, लागू हो राष्ट्रपति शासन : सुधा

प्रमोद दुबे 

महासमुंद – भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती सुधा साहू ने पश्चिमबंगाल में यौन उत्पीड़न की कई घटनाओं को बेहद संगीन बताते हुए ममता बनर्जी सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। उन्होंने
कहा कि पश्चिम बंगाल ‘गुंडों और बलात्कारियों’ के हाथों में है। सप्ताहभर के भीतर ही पश्चिम बंगाल में 7 घटनाएं हो चुकी हैं। अपराध करने वाले टीएमसी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। जिस तरह से उन्होंने देश और बिहार, असम, दिल्ली के जलने की बात कही है, वो शर्मनाक है। लोकतांत्रिक देश में इस प्रकार का विरोधाभाषी बयान अशोभनीय व अस्वीकार्य है। ममता को तत्काल पद से इस्तीफा देकर खुद को कानून के हवाले करना चाहिए। केंद्र सरकार को पश्चिम बंगाल की स्थिति को लेकर संज्ञान लेते हुए फैसला लेना चाहिए और राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए। श्रीमती साहू ने आगे कहा कि बाहरी रोहिंग्याओं को बसाकर ममता बनर्जी उन्हें संरक्षण दे रही हैं। उन्हें खुलेआम हत्या, बलात्कार सहित संगीन अपराधों को अंजाम देने के लिए ममता ने खुली छूट दे रखी है। न्याय के लिए आवाज उठाने वालों पर दमनात्मक कार्रवाई कर रही है। विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं का टारगेट किलिंग की जा रही है। शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन में ममता बनर्जी देश को जलाने की बात कर देश विरोधी बयान देने से भी पीछे नहीं हट रही।