विषय-सास से ही बहू का वजूद हैं।
विषय-सास से ही बहू का वजूद हैं। ——————————- सास से हीं हर बहू का हैं वजूद सौंप दिया जिसने अपना सपूत देना नहीं उसे ग़म की कोई घूंट सुख- समृद्धि मिलेगी तुम्हें खूब। शिकवे- शिकायत को जाना भूल चरणों की उनकी लगा लेना धूल अपनी मां की तरह मान लेना तुम रहना नहीं ख़ुद में…