राजिम :- मंगलवार को अन्नकूट एवं गोवर्धन पूजा के अवसर पर प्रसिद्ध भगवान राजीव लोचन को 56 प्रकार का भोग लगाया गया। अलग-अलग प्रकार के प्राचीन पात्र मिट्टी के बने हड़िया, परई, थाल बांस के टुकना, पर्रा,पर्री इत्यादि में सारे व्यंजन रखे गए थे जिनमें प्रमुख रूप से लड्डू, पपची, चौसेला, एनरसा, पीडिया, दही रूरी, कढ़ी, खीर, चीला, 10 प्रकार के भाजी, सब्जी इत्यादि 56 प्रकार के व्यंजन परोसे गए। पुजारी महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि सुबह भगवान राजीवलोचन को स्नान कराकर श्रृंगार किया गया।
शाम 6:00 बजे शालिग्राम भगवान को गर्भगृह से निकालकर गोवर्धन के पास ले जाया गया। भगवान को रोली सुनाया तथा आरती हुई इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे प्रमुख रूप से मंदिर के सर्वराकार चंद्रभान सिंह ठाकुर, शिवसिंह ठाकुर, श्रवण सिंह ठाकुर, महेंद्र सिंह ठाकुर, सनत सिंह ठाकुर, राजेंद्र सिंह ठाकुर इत्यादि के अलावा पुरोहित विजय शर्मा, संतोष शर्मा, रुपेश तिवारी, पवन तिवारी, ऋषि तिवारी उपस्थित थे।
राजीवलोचन ने धरा मनमोहिनी रूप
भगवान विष्णु के स्वरूप राजीव लोचन दीपावली के अवसर पर मनमोहिनी स्वरूप धारण करते हैं। वस्त्राभूषण एवं रत्न आभूषण से उन्हें अलंकृत किया जाता है। जिससे उनका स्वरूप दमक उठा। मयूर पंख लगाए हुए कृष्ण की वेश में श्रद्धालुओं को अपनी ओर लुभा रहा था। बताना जरूरी है कि भगवान श्री राजीव लोचन छत्तीसगढ़ में मनाया जाने वाले प्रत्येक पर्व एवं त्योहार पर अपना स्वरूप बदलते हैं। प्रत्येक एकादशी, पूर्णिमा एवं आने वाले त्योहार पर भगवान का आकर्षक स्वरूप देखने को मिलता है। जैसे ही 56 प्रकार के भोग भगवान को लगाया गया उसके बाद लोगों ने भजन कीर्तन भी किया और पूरा मंदिर प्रांगण जयकारा से गूंज उठा।