नगर के राधा कृष्ण मंदिर प्रांगण में वार्ड नंबर 8 में संगीतमय भागवत महापुराण कथा वाचक पंडित गोकर्ण महाराज।

राजिम :- अशोक शर्मा राजिम वाले द्वारा भागवत प्रवचन किया जा रहा है जिसमें नगर के धर्म प्रेमी स्नेही जन परिवारिक जन्म महिला पुरुषों बच्चों द्वारा चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा है कथावाचक अशोक शर्मा जी के द्वारा चौथे दिन की कथा में अजामिल नरसिंह अवतार गजेंद्र मोक्ष और बावन भगवान अवतार की कथा विस्तृत रूप से बताई गई एवं सभी श्री विष्णु अवतार के लीलाओं को झांकियों द्वारा बताकर सुंदर प्रस्तुति चरित्रों की की जा रही है श्री मद भागवत कथा को सारगर्भित करते हुए, बताया जिस प्रकार अजामिल नामक व्यक्ति दुर्गुणों के प्रभाव में पढ़कर व्यक्ति गलत कार्य में पढ़कर जीवन को गलत रास्ते में ले जाकर नर्क बना लेता है लेकिन ईश्वर के लव क्षण मात्र सत्संग के नाम लेने पर भी अजामिल जैसे दुष्ट व्यक्ति को भगवान अपने शरण पर ले लेता है इसी तरह गजेंद्र मोक्ष में बताया गया कि भक्त अगर विपदा में पड़े और ईश्वर का दिल से प्रभु को याद करें तो भगवान तुरंत संकट को खड़े होकर संभाल लेते हैं और दुष्टों का संहार करते हैं भगवान नरसिंह अवतार में बताया की अभिमानी राजा हिरण्यकश्यप जो अपने आप को भगवान मानकर साधु-संतों जीव जंतु को सताते एवं कष्ट देते यहां तक की अपने पुत्र प्रह्लाद पर भी अत्याचार करते थे और नाना प्रकार से यातनाएं देकर उसे मारना चाहा लेकिन भक्त प्रहलाद भगवान श्री हरि को अपना सर्वोच्च मानते थे और उसी की भक्ति में लगे रहते थे अंत में इनके अत्याचारी को देखकर भगवान नरसिंह अवतार में प्रगट लेकर अहंकारी राजा हिरण्यकश्यप का वध किया इस तरह कथा का सार यही निकलता है कि मनुष्य कभी भी झूठ गलत कर्म पाप अहंकार ईरशिया,, कभी नहीं अपनाना चाहिए सदा सत्य की राह चलकर ईश्वर की भक्ति में और सनातनी परंपरा को अपना रास्ता मानकर जीवन व्यतीत करना चाहिए सदा सत मार्ग में चलकर यही भागवत पुराण में हमें मार्गदर्शन मिलता है इस कार्यक्रम में कथा का लाभ लेने धर्म प्रेमी सुनील तिवारी गणेश गुप्ता राकेश गुप्ता दीना सिंह ठाकुर मनहरण तिवारी सचिन तिवारी मीरा शर्मा तृप्ति तिवारी प्रंआजली शर्मा सरिता शर्मा सौरभ शर्मा गौरव शर्मा लाला साहू परायण करता अजय प्रसाद मिश्रा सीमा शर्मा पुष्पा शर्मा रोशनी शर्मा रानी शर्मा अनीता शर्मा इंद्र कुमार शर्मा आदि सैकड़ों लोग शामिल होकर पुण्य कर्म के सागर के भक्ति में डूबे हुए तथा प्रवचन को सुन रहे हैं।