धमतरी जिला श्वेत क्रांति की ओर।

धमतरी – छ.ग. शासन की महत्वाकांक्षी योजना सहकारिता से समृद्धि की ओर दुग्ध श्वेत क्रांति के तहत धमतरी जिले में कुल 68 दुग्ध संग्रह केंद्र हैं, जिनमें 58 संचालित हैं। इसी प्रकार 10 संकलन केन्द्र अक्रियाशील है। उप पशु चिकित्सा विभाग ने बताया कि क्रियाशील संग्रह केंद्र को क्रियाशील बनाने का प्रयास किया जा रहा है और 34 नवीन डेयरी समिति (विकासखंड धमतरी-12, कुरुद-20, मगरलोड-02) बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें 06 समितियों का गठन एवं 05 समितियों का पंजीकरण हो चुका है। वर्तमान में संचालित 58 संग्रहण केन्द्रों से लगभग 8 हजार लीटर प्रतिदिन दूध की आपूर्ति हो रही है। किस वर्ष के अंत तक 20 हजार लीटर प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है। विकासखंड नगरी में वचन नाम के 04 केंद्र (सलोनी, लीलर, बनबगौद एवं कुकरेल) शीघ्र ही आरंभ होगा।कलेक्टर श्री अविनाश मिश्रा के निर्देश एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धमतरी श्रीमती रोमा श्रीवास्वत के मार्गदर्शन में उपचालक पशु चिकित्सा सेवाएँ एवं संस्था क्षेत्र में अमला द्वारा दुग्ध संकलन केंद्रो की साफ- सफाई, गुणवत्ता जांच के लिए उपलब्ध उपकरण एवं प्रत्येक 10 दिन में भुगतान संबंधी एसोसिएटेड वर्क का निरीक्षण किया जा रहा है। पशु अधिक से अधिकपालक अपने निकटस्थ संग्रह केंद्र में दूध की गुणवत्ता को बढ़ावा देते हैं। जिलों में दुग्ध उत्पादन में केवल अतिरिक्त आय का स्रोत नहीं बन रहा है, बल्कि ग्रामीण परिवारों के पोषण स्तर में सुधार और सामाजिक-आर्थिक ढांचे में भी सहायक सिद्ध हो रहा है। जिला प्रशासन, खाद्य एवं औषधि प्रशासन एवं समग्र दुग्ध उत्पादन का यह समन्वित प्रयास जिलों को एक अग्रणी के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।