इसरो SAC अहमदाबाद के डायरेक्टर डॉ एन.एम. देसाई ने किया विद्यार्थियों से संवाद, कहा प्रोजेक्ट अंतरिक्ष सराहनीय कार्य, इससे प्रदेश के बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति बढ़ेगी रुचि।
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा – छत्तीसगढ़ की प्रतिभा भी चमकेगी अंतरिक्ष में।
रायपुर – विद्यार्थियों में अथाह अंतरिक्ष के प्रति जिज्ञासा जगाने, जानकारी प्रदान करने तथा इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, प्रेक्षागृह में ‘प्रोजेक्ट अंतरिक्ष’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला प्रशासन रायपुर, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय तथा आईडीवायएम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में इसरो के स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (अहमदाबाद) के डायरेक्टर डॉ. एन. एम. देसाई, ग्रुप डायरेक्टर डॉ. डी. के. पटेल, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दीपक सिंह तथा कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह सम्मिलित हुए।
डायरेक्टर डॉ. देसाई ने कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के साथ विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मॉडलों का अवलोकन किया एवं उनकी सराहना की। कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि एक ही मंच पर जहाँ देश के प्रख्यात वैज्ञानिक उपस्थित थे, वहीं देश के वीर जवान भी मौजूद रहे। इस अवसर पर डायरेक्टर डॉ. देसाई ने कारगिल युद्ध एवं 1971 के युद्ध के वीर सपूत ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. प्रणव कुमार लहरी तथा कर्नल (सेवानिवृत्त) श्री शमशेर सिंह कक्कड़ का सम्मान कर देश के प्रति उनके योगदान को नमन किया।
अपने संबोधन में डॉ. देसाई ने इसरो की स्थापना से लेकर आज तक भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में उसके योगदान की संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने बताया, मंगलयान-2 पर कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिस रूप में हमने इस परियोजना की परिकल्पना की है, उसी दिशा में इसे आकार दिया जा रहा है। यह परियोजना वर्ष 2028 से 2030 के बीच पूरी होगी। मंगलयान-2 को मंगल ग्रह पर उतारने की योजना है। चंद्रमा की तुलना में मंगल पर उतरना अपेक्षाकृत आसान है क्योंकि वहाँ पतला वायुमंडल मौजूद है। हम पैराशूट और मोटराइज्ड वाहनों की सहायता से इसे सुरक्षित रूप से उतारेंगे। मंगलयान को पृथ्वी से मंगल तक पहुँचने में लगभग 10 महीने का समय लगेगा तथा इसका संपूर्ण नियंत्रण पृथ्वी से ही किया जाएगा। भारत उन चुनिंदा 2–3 देशों में शामिल होगा, जिन्होंने मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की होगी।
उन्होंने आगे कहा, अमेरिकी, रूसी और चीनी अंतरिक्ष एजेंसियाँ इस क्षेत्र में अग्रणी हैं, किंतु भारत अब यूरोपीय और जापानी अंतरिक्ष एजेंसियों के समकक्ष पहुँच चुका है। हमारा लक्ष्य विश्व की नंबर वन स्पेस एजेंसी बनना है, जिसके लिए निरंतर प्रयास आवश्यक हैं। भारत आत्मनिर्भर अंतरिक्ष उद्योग की दिशा में भी लगातार कार्य कर रहा है। छत्तीसगढ़ के बच्चे यदि अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जिज्ञासा रखेंगे, तो प्रदेश भी शासन एवं विकास के क्षेत्र में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रयोग से उल्लेखनीय प्रगति कर सकेगा। जिला प्रशासन द्वारा संचालित *प्रोजेक्ट अंतरिक्ष* कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को स्पेस सेंटर एवं अंतरिक्ष विज्ञान की जानकारी प्राप्त हो रही है, जिससे विज्ञान एवं गणित के प्रति उनकी रुचि और उत्सुकता में वृद्धि होगी।
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने प्रेक्षागृह में उपस्थित स्कूली एवं विश्वविद्यालयीन विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्दे के पीछे कार्य करने वाले कर्मयोद्धा इसरो स्पेस एप्लीकेशन सेंटर, अहमदाबाद के निदेशक डॉ. एन. एम. देसाई, छत्तीसगढ़ की माटी के वीर सपूत ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. प्रणब कुमार लहरी तथा कर्नल (सेवानिवृत्त) शमशेर सिंह कक्कड़ विशेष रूप से उपस्थित हैं। मैं इसरो परिवार एवं प्रशासन की ओर से आप दोनों छत्तीसगढ़ के गौरव पुत्रों का हार्दिक वंदन एवं अभिनंदन करता हूँ।
डॉ. सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह है कि छत्तीसगढ़ के बच्चे भी इसरो से जुड़ें और अंतरिक्ष क्षेत्र में अपना योगदान दें। आने वाले समय में जब कोई नया प्रक्षेपण (लॉन्च) हो, तो हम गर्व से कह सकें कि उसे लीड करने वाला वैज्ञानिक हमारे छत्तीसगढ़ का है। उन्होंने बताया कि इसरो की टीम ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी को सैद्धांतिक सहमति दी है कि भविष्य में साइंस कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज एवं फिजिक्स के इच्छुक विद्यार्थियों को इसरो के अहमदाबाद केंद्र में इंटर्नशिप हेतु भेजा जाएगा। इसके लिए शासन एवं प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप, अपर कलेक्टर श्रीमती नम्रता जैन आईएएस एवं जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन तथा डीईओ श्री हिमांशु भारती सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
